ज़िन्दगी अब मुझसे तुम्हें क्या चाहिए
राहों में मुश्किलें तो आती जाती रहेंगी
खुद को ठोकर लगेगी सम्भलना चाहिए
हर ग़म सबसे छुपाकर हँसना ही चाहिए
वक्त तो हमेशा आँख मिचौनी खेलता है
ज़िन्दगी को अँधियों से बचाना चाहिए
किसी संकट आने से न घबराना चाहिए
@मीना गुलियानी
राहों में मुश्किलें तो आती जाती रहेंगी
खुद को ठोकर लगेगी सम्भलना चाहिए
हर ग़म सबसे छुपाकर हँसना ही चाहिए
वक्त तो हमेशा आँख मिचौनी खेलता है
ज़िन्दगी को अँधियों से बचाना चाहिए
किसी संकट आने से न घबराना चाहिए
@मीना गुलियानी
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