अपने मन की हम करते हैं
किसी से भी हम न डरते हैं
तुझसे बेपनाह इश्क करते हैं
तेरी गली से रोज़ गुज़रते हैं
तुझे रोज़ निहारा करते हैं
तुझको हम इशारा करते हैं
चुपके से नज़ारा करते हैं
तोहमतों से पिटारा भरते हैं
दिल तुझपे ही वारा करते हैं
@मीना गुलियानी
किसी से भी हम न डरते हैं
तुझसे बेपनाह इश्क करते हैं
तेरी गली से रोज़ गुज़रते हैं
तुझे रोज़ निहारा करते हैं
तुझको हम इशारा करते हैं
चुपके से नज़ारा करते हैं
तोहमतों से पिटारा भरते हैं
दिल तुझपे ही वारा करते हैं
@मीना गुलियानी
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