ऐ जिंदगी हम तेरे मजदूर
तुझे संवारने में हैं मशगूल
हर पल काम में हैं मसरूफ़
लोग समझते हमें मग़रूर
हो जाते हम थककर चूर
लॉक डाउन में हो गए दूर
दूरी बनाने पे हम मजबूर
तेरे कामों में हुए मशहूर
@मीना गुलियानी
तुझे संवारने में हैं मशगूल
हर पल काम में हैं मसरूफ़
लोग समझते हमें मग़रूर
हो जाते हम थककर चूर
लॉक डाउन में हो गए दूर
दूरी बनाने पे हम मजबूर
तेरे कामों में हुए मशहूर
@मीना गुलियानी
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