तभी तो चाहत के रंग भरेंगे
हर ख्वाहिश दिल की पूरी करेंगे
तहे दिल से तुझसे मुहब्बत करेंगे
न शिकवा होगा न शिकायत होगी
मेरी तुझसे हमेशा गुज़ारिश ये होगी
ता उम्र न छूटे तेरा ये दामन
ऐसी खुदा से इबादत होगी
तुम्ही से अदावत और मुरव्वत करेंगे
नाज़ो कर्म से तेरा दामन भरेंगे
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें