Meena's Diary
यह ब्लॉग खोजें
सोमवार, 11 जनवरी 2016
जिंदगी का कारवां
जिंदगी का कारवां यूँ ही सदा चलता रहे
तू मेरे हाथों को थामे साथ यूँ चलता रहे
फिर सुबह से शाम आये वादों की शमा जले
रोशनी के दीपक हमेशा याद में जलते रहे
न खफा तू मुझसे होना न मै रूठूँगी कभी
तन्हा जिंदगी का सफर काटे न कटेगा कभी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें