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रविवार, 31 मई 2015

माता की भेंट - 29


तर्ज -------ये दो दीवाने दिल के 

माँ दर्शन  अभिलाषी , पर है मैया हम पापी 
पाएंगे  पाएंगे  पाएंगे दर्शन माँ 

मैया  प्यार देखो सबको बुलाये 
राजा या रंक सबको दर्श  दिखाए 
मैया है मेहरो वाली है नाम शेरों वाली 
पाएंगे  पाएंगे  पाएंगे दर्शन माँ 

श्रद्धा से जो भी दाती दर तेरे आएगा 
मनवांछित वो फल अम्बे से पायेगा 
सेवक दुखियारा , गमो से है हारा 
पाएंगे  पाएंगे  पाएंगे दर्शन माँ 

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