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मंगलवार, 19 मई 2015

गुरुदेव के भजन 342 (Gurudev Ke Bhajan 342)



आप बिन कौन सुने बाबा मेरी 

सबकी विपद निवारण कीजे 
विनती करूँ मै तेरी 

तुम समर्थ सब लायक दाता 
कीजे कृपा घनेरी 

बाबा जी तेरी शरण मै आयो 
काहे करत तुम देरी 



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