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शनिवार, 23 मई 2015

गुरुदेव के भजन 390 (Gurudev Ke Bhajan 390)



मै तेरी दासी तेरी पुजारिन,  डाला तेरे दर पे डेरा, काटो चौरासी वाला फेरा 
आज तो बाबा करदो मुझपे मेहर ,  करो न देर 

 आज तेरे दर मै आई हूँ , श्रद्धा की माला लाई हूँ 
भेद तेरा कोई न जाने, कोई विरला ही पहचाने 
तेरे चरणो पे शीश है  मेरा ----------------------

तेरी दया की भीख मै पाऊँ ,खाली लौटके न मै  जाऊं 
चरणो का चरणामृत दे दो, मेरी इच्छा पूर्ण  करदो 
तेरे बिना अब कोई न मेरा -------------------------

मन की मुरादें मै पा जाऊं ,जीवन अपना सफल बनाऊँ 
लौटा न दर से कोई सवाली ,भरदो मेरी झोली खाली 
करदो ग़मों का दूर अँधेरा ---------------------------

बाबा तुम न मुझे ठुकराना ,अब तो अपनी शरण लगाना 
दुनिया भर का हूँ मै सताया , डाल दे सुख की शीतल छाया 
चमका दो किस्मत करदो सवेरा ---------------------------

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