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रविवार, 3 मई 2015

गुरुदेव के भजन-179 (Gurudev Ke Bhajan179)




आजा तेरे भक्त पुकारे सुनलो विनती आज मेरी 
आस लेके आया हूँ मै रखना बाबा लाज मेरी 

तेरी जग से शान निराली  महिमा तेरी निराली 
जो भी  दर पे  आये जाए कभी न  खाली  
विनती सुनलो बाबा मेरे आज आई बारी मेरी 

विषय विकारो ने है जकड़ा मोहमाया ने घेरा 
सारे सहारे झूठे है बाबा मुझे आसरा तेरा 
सब है बाबा दास तुम्हारे इस जग के नर नारी 

जगत है सारा झूठा सपना कोई नही है अपना 
दुखिया को सब ठोकर मारे तू ही तो मेरा अपना 
सारे जग के पालनहारे विपदा हर लो तुम मेरी 


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