यह ब्लॉग खोजें

गुरुवार, 7 मई 2015

गुरुदेव के भजन-220 (Gurudev Ke Bhajan220)




तेरे द्वार मै आया हूँ  कुछ करके जाऊँगा 
खाली है मेरी झोली उसे भरके जाऊँगा 

दुनिया वालो ने बाबा खूब सताया है 
हर पल माया ने बाबा मुझे नचाया है 
बाबा थाम लो दामन वरना मर जाऊँगा 

जग ने रिश्ता तोड़ा तो तुमसे जोडा है 
पर तुमने भी बाबा क्यों मुख को मोड़ा है 
नज़रें न फेरो तुम वरना मिट जाऊँगा 


__________________________***__________________________

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें