यह ब्लॉग खोजें

गुरुवार, 14 मई 2015

गुरुदेव के भजन-284 (Gurudev Ke Bhajan 284)




इक तेरा सहारा मुझको न दूजा कोई सहारा 
तुझ पर ही भरोसा मुझको दुनिया में कौन हमारा 

दुनिया तो है मतलब की झूठे यहाँ हर नाते है 
मतलब हो अपनाते है न हो तो ठुकराते है 
तेरे नाम से बढ़कर दूजा न पाया कोई सहारा 

तू ही मेरी शक्ति है तू ही भक्ति तू ही पूजा 
तुम ही आराध्य हो मेरे मेरा तेरे सिवा न दूजा 
तेरी युक्ति से मुक्ति है तेरा द्वारा है मोक्ष का द्वारा 

मै क्यों जाऊँ अब काबा मै क्यों जाऊँ गुरूद्वारे 
बाबा तुमसे है दुनिया रोशन तुम सिरजनहार हमारे 
मेरी टूटी हुई नैया को मिल गया है जैसे किनारा 


___________________________****__________________________

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें