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मंगलवार, 19 मई 2015

गुरुदेव के भजन 339 (Gurudev Ke Bhajan 339)



तर्ज ----ता थैया करते आना 

मेरे बाबा जी दर्श दिखाना मेरे दिल को तोड़ न जाना 
किया वादा जो तुमने निभाना ये नाता तोड़ न जाना 

तुम दर्श दिखाओ मुझको मै  जाऊँ तुम पर वारी 
मेरे मन के मीत तुम्ही हो ये तन मन है बलिहारी 
अब आओ न आ जाओ न आ जाओ न तरसाओ न 

मेने अपने मन में तुझको बाबा जी रोज़ है पूजा 
तेरे बिन मुझे ओ बाबा न भाये कोई दूजा 
अब आओ न आ जाओ न आ जाओ न तरसाओ न 

तेरे दर्शन को जब  पाऊँ मेरा जीवन सफल हो जाये 
यही आस है मेरी बाबा तेरी कृपा हो जाये 
अब आओ न आ जाओ न आ जाओ न तरसाओ न 


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