तेरे दर्शन को बाबा अभी हम पाके दम लेंगे
तेरे दर पे सिर अपना झुकाके बाबा दम लेंगे
तुम्हारे दर पे बाबा हर बशर आता सवाली है
किये पूरे सभी अरमां कोई जाता न खाली है
नसीब अपना भी तो हम कभी आज़मा के दम लेंगे
सुना है मैने बाबा तुम बहुत ही करुणा वाले हो
जिसका न कोई बन जाते तुम उसके रखवाले हो
झुकती है खुदाई वहाँ हम जाके दम लेंगे
खुदा का नूर ऐ बाबा मैने तो तुझमें देखा है
किया जिस पर कर्म तूने चमकी उसकी रेखा है
तेरे दर पे मुकददर जगाके अपना दम लेंगे
____________________________****__________________________
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें