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सोमवार, 4 मई 2015

गुरुदेव के भजन-190 (Gurudev Ke Bhajan190)




बाबा मोसों चल्यो नही जाये दूर तेरो मन्दिर है 
बाबा कैसे मै दर्शन पाऊँ  दूर तेरो मन्दिर है 

घाटगेट में भवन तुम्हारा पूज रह्यो तोहे जग सारा 
मेरो मनवा चैन नहीं पाये   दूर तेरो मन्दिर है 

 दीजो मोको बाबा सहारा क्षमा करो अपराध हमारा 
बाबा दर्श को कैसे आऊँ   दूर तेरो मन्दिर है 

अब तो जीवन भयो निराशा जैसे पानी बीच बताशा 
मेरी करना आप सम्भाल   दूर तेरो मन्दिर है 

बाबा प्रेम है तेरो सागर भरदो मोरे मन की गागर 
मोको पार कौन लगाये   दूर तेरो मन्दिर है 

सब सुख मिले तुम्हारी शरणा तुम रक्षक काहू को डरना 
बाबा आवागमन निवार   दूर तेरो मन्दिर है 


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