बाबा जी मेरे मुझे न भुलाना और कहाँ है मेरा ठिकाना
बाबा जी मेरे मुझसे न रूठो कैसे है गम के मारे तो पूछो
मुझको बाबा जी न ठुकराना
लाखों के तुमने दुखड़े है टारे मेरी भी विनती है तुम्हरे द्वारे
मेरी भी बाबा बिगड़ी बनाना
तूने करी न मेरी सुनाई लाखों की तूने बिगड़ी बनाई
तेरा ही दर है मेरा ठिकाना
सारे जग के हो तुम रखवाले बाबा जी फिर क्यों हुए न हमारे
मुझको न बाबा तुम बिसराना
बाबा जी मेरे हम तो तुम्हारे कैसे बताएं तेरे ही सहारे
बाबा जी अब ये नाता निभाना
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