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गुरुवार, 14 मई 2015

गुरुदेव के भजन-292 (Gurudev Ke Bhajan 292)



तर्ज ---तेरी दुनिया से दूर 

मेरे बाबा जी का नूर करे दुःख सारे दूर 
भक्तो याद रखना 
सुनते दिल की पुकार जो पुकारे इक बार 
भक्तो याद रखना 

बाबा के द्वारे जो आते है सवाली न जाये वो खाली 
भरते है वो भंडारे खुशियाँ मनाएं सारे लौटाए न खाली 
लौटाए न खाली जो भी आया सवाली 
सुनते सबकी फरियाद जो भी करता इनको याद भक्तो याद रखना 

महिमा है भारी है भोले भंडारी क्या बयान करें हम 
हरे विपदायें सारी जो लाएं नर नारी क्या बखान करेँ हम 
क्या बखान करेँ हम क्या बयान करेँ हम 
देते सबको वरदान सारे जग से ऊँची शान भक्तो याद रखना 

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