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मंगलवार, 5 मई 2015

गुरुदेव के भजन-203 (Gurudev Ke Bhajan203)




तेरे द्वार जो आयेंगे दर्शन  को पायेंगे 
तेरे दर  खाली न कभी लौट के जायेंगे 

तुम आस पुजाते हो कृपा को लुटाते हो 
जो रोता आ जाये बाबा उसको हँसाते हो 
कदमों पे तेरे हम तो दिल अपना लुटाएंगे 

तेरी रहमत मिल जाये तो सब कुछ मिल जाये 
तेरे दर्शन से बाबा कली मन की खिल जाये 
धूली को तेरी पाकर भाग हम तो जगायेंगे 

महिमा तेरी भारी है दुखिया संसारी है 
बाबा तेरे दर के तो हम सभी भिखारी है 
तेरे ज्ञान की ज्योति से जीवन चमकाएंगे 

मुझे तेरा सहारा है तुझे मैने पुकारा है 
तू ही तो मेरी किश्ती तू ही मेरा किनारा है 
जब तुम हो रखवाले गम पास न आयेगे 



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