माँ मेरी विपदा दूर करो , माँ मेरी विपदा दूर करो
तेरी शरण मैं आया हूँ , आकर मेरे कष्ट हरो
तू ही अम्बे काली है
दुखड़े हरने वाली है
माँ मेरे दुखड़े दूर करो
आकर सारे कष्ट हरो ------माँ---------
भक्तों ने तुझे पुकारा है
तूने दिया सहारा है
विनती पे मेरी ध्यान धरो
चरण पड़े की लाज रखो ------माँ ----------
शरण तुम्हारी आये हैं
इस जग के ठुकराए हैं
दुविधा सबकी दूर करो
पाप ताप सन्ताप हरो ------माँ-------------
@मीना गुलियानी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें