खोलो ज़रा भवनां दा द्वार माँ
@मीना गुलियानी
जय अम्बे जय अम्बे दीवाने तेरे बोलदे
तेरियां उडीकां विच अखां गइयाँ पक माँ
कदे ता दयाल होके बचयाँ नूँ तक माँ
करदे हाँ असी इंतज़ार ----------------जय अम्बे जय अम्बे --------
बचयाँ तो दस होया केहड़ा कसूर माँ
नोहां नालो मांस अज होया किवें दूर माँ
बागां कोलों रुसी ऐ बहार --------------जय अम्बे जय अम्बे -------
मांवां बिना पुतराँ नूँ कोई वि न झलदा
ताइयो तां जहान सारा बुआ तेरा मलदा
तुइयो लावें डुबदे नूँ पार ---------------जय अम्बे जय अम्बे ---------
भक्तां ने रखियां माँ तेरे उते डोरियां
तकदे ने जिवें तके चन नूँ चकोरियां
दर खड़े पलड़ा पसार -------------------जय अम्बे जय अम्बे ----------
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