मैंने जीवन की सोंपी तुझे डोर, तेरे संग मैं तो आऊँगी
सैंया हाथ मेरा कभी भी न छोड़ना, नही तो मर जाऊँगी
इस संसार की हर वस्तु से नाता मैंने तोडा
तुझको अपना मान लिया जब ये जग मैंने छोड़ा
मेरा साथ कभी न तुम छोड़ना मैं कैसे जी पाऊँगी
तेरे कारण दुनिया ने जीना दुश्वार किया है
हर मुश्किल में साजन तुमने मेरा साथ दिया है
कभी भूलके नज़र तू न फेरना मैं कैसे सह पाऊँगी
@मीना गुलियानी
सैंया हाथ मेरा कभी भी न छोड़ना, नही तो मर जाऊँगी
इस संसार की हर वस्तु से नाता मैंने तोडा
तुझको अपना मान लिया जब ये जग मैंने छोड़ा
मेरा साथ कभी न तुम छोड़ना मैं कैसे जी पाऊँगी
तेरे कारण दुनिया ने जीना दुश्वार किया है
हर मुश्किल में साजन तुमने मेरा साथ दिया है
कभी भूलके नज़र तू न फेरना मैं कैसे सह पाऊँगी
@मीना गुलियानी
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