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गुरुवार, 29 सितंबर 2016

हमें दुनिया भर से क्या

महलों में रहने वाले तू खुश हो या खफा
अपना तो कूचा प्यारा हमे तेरे दर से क्या

हमने तो वफ़ा की है और ऐसा ही करेंगे
झोली में गर तू गम दे ख़ुशी से वो भरेंगे
हर चीज़ तेरी प्यारी हमें शिकवा तुमसे क्या

हीरे ,मोती,लाल-ओ-जवाहर भी हम न लें
ज़िल्लत से जो मिले तो मुहब्बत भी हम न लें
इज़्ज़त की रोटी प्यारी हमें दुनिया भर से क्या
@मीना गुलियानी 

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