सुन ज़रा मान भी जा , और कुछ देर न जा
अभी है पहला पहर , थोड़ी देर और ठहर
अभी तो चाँद झिलमिलायेगा
तेरा ये नसीब जाग जाएगा
खुलके बातें करेंगे जी भरके
तुझको देखा नहीँ है जी भरके
सुन ज़रा ---------------------
रौशनी आफताब लाएगी
तारों की फिर बारात आएगी
डोली मेरी भी तब उठा लेना
मुझको जी भरके तुम मना लेना
सुन ज़रा ------------------------
आज धरती पे चाँद उतरा है
तेरा मुखड़ा भी कैसा निखरा है
तेरी पलकें झुकी झुकी सी हैं
साँसे तेरी रुकी रुकी सी हैं
सुन ज़रा --------------------------
@मीना गुलियानी
अभी है पहला पहर , थोड़ी देर और ठहर
अभी तो चाँद झिलमिलायेगा
तेरा ये नसीब जाग जाएगा
खुलके बातें करेंगे जी भरके
तुझको देखा नहीँ है जी भरके
सुन ज़रा ---------------------
रौशनी आफताब लाएगी
तारों की फिर बारात आएगी
डोली मेरी भी तब उठा लेना
मुझको जी भरके तुम मना लेना
सुन ज़रा ------------------------
आज धरती पे चाँद उतरा है
तेरा मुखड़ा भी कैसा निखरा है
तेरी पलकें झुकी झुकी सी हैं
साँसे तेरी रुकी रुकी सी हैं
सुन ज़रा --------------------------
@मीना गुलियानी
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