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मंगलवार, 15 दिसंबर 2015

हालात बदल जायेंगे



दहलीज़ से पाँव जैसे जम गए है
तेरे आने से  आँसु भी थम गए है

                  दिल की हालत कैसी है मत पूछो
                  कैसी गुज़री शबे रात मत पूछो

न आँखों में नींद थी न दिल को सकूँ था
हज़ारो गम थे आँखों में फिर भी यक़ीं था

              गम  तेरे आने से मुस्कुराहट में बदल जायेंगे
              हम इस पे कायम है कि हालात बदल जायेंगे 

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