दहलीज़ से पाँव जैसे जम गए है
तेरे आने से आँसु भी थम गए है
दिल की हालत कैसी है मत पूछो
कैसी गुज़री शबे रात मत पूछो
न आँखों में नींद थी न दिल को सकूँ था
हज़ारो गम थे आँखों में फिर भी यक़ीं था
गम तेरे आने से मुस्कुराहट में बदल जायेंगे
हम इस पे कायम है कि हालात बदल जायेंगे
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