जाने नहीँ दूंगा सरकार को
दिल में बसाया दिलदार को
तेरा मेरा रिश्ता है कितना अनोखा
और किसी पे नहीँ मुझको भरोसा
जाने नहीँ दूंगा दिलदार को
कैसे तुम मेरे दिल में समाये
फिर धीरे से मेरे करीब आये
छेड़ो न मेरे जज़्बात को
तुम सदा ही मेरा साथ निभााना
जब मै पुकारूँ दौड़े दौड़े चले आना
वचन निभाना न छोड़ना साथ को
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