चमकने लगी मेरी तारों की चुनरिया
हीरे मोती जड़ी मेरी रंगदे चुनरिया
पिया मोरे तू रंगा दे
रंग में अपने तू सजा दे
पास आके तेरे ख्वाब सजने लगे
दिल में उल्फ़त भरे गीत जगने लगे
जाएं बहक न हम तू उढ़ा दे चुनरिया
पिया मोरे तू रंगा दे
रंग में अपने तू सजा दे
डाली से गिरा मै तो इक फूल हूँ
दुनिया की आँखों में मै तो शूल हूँ
अपनाओ मुझे बरसूँ बनके बदरिया
पिया मोरे तू रंगा दे
रंग में अपने तू सजा दे
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