किसी की याद आई है
किसी ने याद फ़रमाया
हृदय की धड़कने दम भर
ज़रा खामोश हो जाओ
किसी का खत ये आया है
किसी ने याद फ़रमाया
भर जाते है आँखों में
सुहाने मेघ सावन के
ये कैसी बिजलियाँ चमकी
ये कैसा ज़लज़ला आया
नयन के आँसुओ मेरे
नयन में ही समा जाओ
किसी की बेवफाई का
वही मंज़र उभर आया
उन्हें दवा मुहब्बत का
मुहब्बत उनकी यह कैसी
विरह में भी बहारों का
खिलाना रास आया
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