ये दिल हुआ मेरा दीवाना अब तेरा
तेरे उलझे से ये बाल मेरी तो उलझन हो गए
तेरे रेशम के ये रुमाल दिलों के दुश्मन हो गए
तेरा निखरा ये रूप जैसे सुनहरी हो धूप
क्यों न दिल ये मेरा निशाना हो तेरा
तेरी मस्त अदा भी चैन का मेरे दुश्मन बन गई
तेरी चंचल नैन कटार दिल में मेरे ऐसे उतर गई
तेरे तीखे तीखे नैन तेरे मीठे मीठे बैन
उसपे कातिल है जुल्मी शर्माना ये तेरा
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