मै जुदाई में तड़पता था ख़ता थी मेरी
उसका हर राज़ हँसी था मुझे मालूम न था
मै समझता था वो मुझसे दूर है लेकिन
वो दिल के करीब था मुझे मालूम न था
दिल से पर्दा उठा हो गईं रोशन आँखे
दिल में वो पर्दानशीं था मुझे मालूम न था
मै कहीं हूँ वो कहीं है ये गुमाँ था मुझको
मै जहाँ था वो वहीँ था मुझे मालूम न था
इश्क पे हम पे यूं भी कभी गुजरेगी
दिल की होगी ये हालत मुझे मालूम न था
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