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सोमवार, 18 मई 2015

गुरुदेव के भजन 326 (Gurudev Ke Bhajan 326)



तर्ज; ----मै कता प्रीता नाल चरखा 

सारे करलो आज दीदार मेरे बाबा का 
है सुन्दर ये दरबार मेरे बाबा का 

बाबा ने अमृत बरसाया महिमा उनकी गाओ 
सुबह सवेरे दर्शन करने भागे भागे आओ ---------------------- मेरे बाबा का 

बाबा जी की देखो सारे  लीला आज न्यारी 
रोते आये हँसते जाये गुण गाये नर नारी------------------------  मेरे बाबा का 

गुफा में काली मैया विराजे करके शेर सवारी 
बाबा जी सबपे मेहर लुटाए महिमा है बड़ी भारी-------------------  मेरे बाबा का 




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