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सोमवार, 4 मई 2015

गुरुदेव के भजन-192 (Gurudev Ke Bhajan192)




मुझे क्या काम दुनिया से गुरु जी तेरा सहारा है 
नैया पार उतारो तुम न सूझे मुझे किनारा है 

लहर है विषय वासना की भंवर में डूबी जाऊँ मै 
गुरु जी मुझे बचा लेना तुम बिन कौन हमारा है 

है दिल मेरा बहुत नादान ज़माने ने भी ठुकराया 
तेरे ही नाम का आधार जो बन जाये हमारा है 

हम आये है शरण तेरी लगाना अब तू न देरी 
बचाना लाज तू मेरी तुझे ही मैने पुकारा है 

है मेरी जान मुश्किल में फंसी दुनिया की हलचल में 
मोक्ष की राह दिखाना मुझे गुरु जी काम तुम्हारा है 


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