गुज़ारी उम्र झगडों में बिगाड़ी अपनी हालत है
@मीना गुलियानी
हुई खारिज़ अपील अपनी अजब सी ये वक़ालत है
मुकदमे गैर लोगों के हज़ारों कर दिए फैसल
न देखे मिसल अपनी वो अजायब ये अदालत है
दलीलें देके गैरों पर किया साबित असल अपना
दिल अपने का ब शक टूटा अजायब ये अदालत है
बहुत पढ़ने पढाने से हुआ सब इल्म में कामल
न पाया भेद रब्बी का अजायब ये कमालत है
बना हाफ़ज पढ़े मसले सुनाया दूसरों को भी
बले टूटा न कुफ्र अपना अजायब ये मिसालत है
तू कर फैसल हिसाब अपना तुझे गैरों से क्या मतलब
न किस्सा तूल दे अपना फिजूल की ये तवालत है
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