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शनिवार, 2 जुलाई 2016

भजनमाला ----64

सीताराम कहो राधेश्याम कहो बीती जाए उमरिया रे 

तूने गर्भ में प्रभु से किया था वादा 
मै भजन करूँगा हर लो बाधा 
आके भूल गया सुख में फूल गया 
तेरी बदली नजरिया रे 

 तूने जोड़ा यहाँ परिवार बड़ा 
पाया धन वैभव अधिकार बड़ा 
हुआ अभिमानी मति बोरानी 
चला खोटी डगरिया रे 

जो बीत गया उसे क्या रोना 
जब भोर भी तब क्या सोना 
होक प्रेम मगन  करले हरि का भजन 
भरले नैन गगरिया रे 
@मीना गुलियानी 

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