जब नैया तेरी डोले और मन तेरा घबराए
तू जप करले तू तप करले
जब श्रद्धा तेरी डगमग शान्ति खो जाए
तू जप करले तू तप करले
गंगा में स्नान करना क्यों
कांशी में करवत लेना क्यों
अरे मन मंदिर में मूर्त बिठाकर
तू जप करले तू तप करले
क्यों भूल ब्रह्मा का पुत्र है तू
क्यों भूला उनका अंश है तू
अरे दिव्य ज्ञान पाने के लिए
तू जप करले तू तप करले
जो मांगे सम्पति तुझको मिले
जो मांगे दर्शन तुझको मिले
अरे दिव्य दान पाने के लिए
तू जप करले तू तप करले
@मीना गुलियानी
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