यह ब्लॉग खोजें

मंगलवार, 19 जुलाई 2016

भजनमाला ---------91

मुझे क्या काम दुनिया से गुरु जी तेरा सहारा है 
नैया पार उतारो तुम न सूझे मुझे किनारा है 

लहर है विषय वासना की भंवर में डूबी जाऊँ मै 
गुरु जी मुझे बचा लेना तुम बिन कौन हमारा है 

है दिल मेरा बहुत नादान ज़माने ने भी ठुकराया 
तेरे ही नाम का आधार जो बन जाए हमारा है 

हम आये है शरण तेरी लगाना अब तू न देरी 
बचाना लाज तू मेरी तुझे ही मैने पुकारा है 

है मेरी जान मुश्किल में फंसी दुनिया  की हलचल में 
मोक्ष की राह दिखाना मुझे गुरूजी काम तुम्हारा है 
@मीना गुलियानी 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें