लिए आँखों में दो आंसू तेरे दरबार में आये
नज़र भर देख लो मुझको मेरे दो नैन भर आये
सभी अरमान लेकर के चमक आये है पलकों पर
कहीं बह जाए न काजल तेरी ज्योति से जो पाये
किसी की शान जाती है दया तुमको न आती है
मेरे ये कांपते से होंठ न कुछ और कह पाये
यदि ये जान प्यारी है करूँ कुर्बान चरणों में
करूँ क्या जिंदगी का जो मेरे कुछ काम न आये
मेरे पापों से डरना आपको शोभा नहीं देता
उबारो हमसा पापी भी लाखो तारते आये
@मीना गुलियानी
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