उठ जाग ओ भक्ता दर्शन कर बाबा जी तेरे घर आये है
जो दर बाबा के आता है वो मुहमाँगा फल पाता है
ये देखा है मेरी आँखों ने वो मलोमाल हो जाता है
जो इसकी जोत जगाता है घर बैठे वो दर्शन पाता है
ये कहती है सारी दुनिया मनवांछित फल वो पाता है
जो प्रेम की भेंट चढ़ाता है जीवन वो सफल बनाता है
वो बेडा पार करे उसका जो हर पल उन्हें ध्याता है
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