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मंगलवार, 21 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-98(Gurudev Ke Bhajan98)




मन गा ले प्रभु के गीत , बाबा से प्रीत लगा ले 
तेरा जीवन होए सुरजीत , बाबा से प्रीत लगा ले 

माया लगन किया तुझको मगन 
तृष्णा की अगन को बढ़ाया 
जीवन भर में कपट किये तूने 
नाम प्रभु का न गाया 
जप नाम होए तब जीत 


जगत है सपना कुछ भी न अपना 
जाना यहाँ से अकेला 
तेरी जवानी है बुलबुला पानी 
दुनिया है दो दिन का मेला 
ये जीवन न जाये बीत 




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