मन गा ले प्रभु के गीत , बाबा से प्रीत लगा ले
तेरा जीवन होए सुरजीत , बाबा से प्रीत लगा ले
माया लगन किया तुझको मगन
तृष्णा की अगन को बढ़ाया
जीवन भर में कपट किये तूने
नाम प्रभु का न गाया
जप नाम होए तब जीत
जगत है सपना कुछ भी न अपना
जाना यहाँ से अकेला
तेरी जवानी है बुलबुला पानी
दुनिया है दो दिन का मेला
ये जीवन न जाये बीत
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