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बुधवार, 29 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-160 (Gurudev Ke Bhajan160)




नाम लूँ मै तेरा हो कृपा जो तेरी , मै पुजारी बनूं चरणों का तेरी 

रात दिन नाम तेरा मेरी जिह्वा पे रहे 
गम का साया भी मुझको न कभी छू सके 
हाथ सिर पे रहे ये इच्छा है मेरी 

चरणों में ही ध्यान मै लगाया करूँ 
बाबा तेरे ही दर्श को मै पाया करूँ 
बसो दिल में मेरे विनती है मेरी 

नित तेरी ही महिमा मै गाया करूँ 
तेरे धाम पे निशदिन आया करूँ 
तेरी कृपा रहे दासी हूँ तेरी 




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