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शनिवार, 25 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-125 (Gurudev Ke Bhajan125)




तेरे बिना बाबा जी मै केहड़े दर जावा 
हाल दुःखा वालडा  मै किसनू सुनावा

कर्मा दे भोगा ने दर दर रुलाया 
जिस दर गया उत्थो गया ठुकराया 
मेरे लई मुक गईया सारिया थावाँ 

होके लाचार बाबा तेरे दरबार आया 
अर्जा तू सुनले मेरी अथरू दे हार लाया 
तेरे बिना कोण सुने ठोकरा मै खावा 

मेरे औगुना नू बाबा दिल चौ विसार दे
 बच्चडा तेरा हाँ बाबा मावा वाला प्यार दे 
जग विच मावा ने ठंडिया छावा 




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