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सोमवार, 20 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-83(Gurudev Ke Bhajan83)




शाहा दा शाह बाबा मेरा बाबा है शहंशाह 
उसनू गर्ज की  ऐ मेरा बाबा है  लापरवाह 

उसनू जो वी ध्यावे बाबा कष्टां नू आके निवारे 
जेहड़ा याद है करदा उसनू बिगड़े कम सवारे 

दिल है उसदा बादशाह दा देवे भर भर झोली 
नाम ध्याओ मिलके सारे बाबा ने समाधि खोली 

भांवे तख़्त बिठावे तैनू भांवे भीख मंगावे 
होवे जो राजी रज़ा च उसदी कदी थोड़ न आवे 

जेहड़ा उसदा नाम ध्यावे चौरासी कट जावे 
भव चों तारे बाबा उसनू मुड़के न गोते खावे 




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