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सोमवार, 20 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-85(Gurudev Ke Bhajan85)




काहनू हो गया पत्थर दिल तेरा बाबा घाटगेट वालया 
कदी पा बच्चया वल फेरा,  बाबा घाटगेट वालया 

तू रूस गया रुसी मेरी तकदीर वी 
दस ज़रा बाबा की मेरा कसूर जी 
केहड़ी गल ने दुखाया दिल तेरा 

कदी बाबा सुण दुःख मेरा वी तू आनके 
वैरी है ज़माना काहनू दसा ओहनू जानके 
बाबा दिल नू गमा ने अज घेरया 

तू न सुनेगा ता मै होर कित्थे जावांगी 
किदे दर जाके बाबा पलड़ा विछावागी 
बाबा रौंदा बड़ा है दिल मेरा 

मै हाँ नादान बाबा कुछ वी न जाणदी 
माफ़ कर बाबा जो है भुल अन्जान दी 
बाबा मैनु इक आसरा है तेरा 


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