बाबा जी तेरी याद में मनवा है बेचैन
मुझको तेरे दर्श बिना मिलता नही है चैन
बाबा जी हर पल घड़ी तेरी याद सताए
दिन ढलते ही नैन में आँसू भर भर आये
अब तलक नही आये तुम दिल को नही है चैन
पल पल देखूँ द्वार मै अब तो तुम आ जाओ
ध्यान लगाऊँ जब भी मै आँखों में बस जाओ
सुन लेना पुकार तुम बीते है दिन रैन
जल्दी दर्श दिखाओ अब दिल को न तरसाओ
नैया भंवर में डूब रही आकर पार लगाओ
कष्टों ने घेरा मुझे आओ सुख को देन
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