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मंगलवार, 28 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-154 (Gurudev Ke Bhajan154)





मेरा कलया नही लगदा जी मेरे घर आ बाबा 

कुट कुट   बाजरा मै रोटियाँ  पकानिया 
विच पावा देसी घी  मेरे घर आ बाबा 

कोरी कुण्डी विच दही पई रिड़का 
मै रिड़का तू पी  मेरे घर आ बाबा 

चुन चुन कलियां मै हार बणानिया 
तेरे दर्श नू तरसे जी  मेरे घर आ बाबा 

जदो बाबा जी घर चलके आवण 
रूप वेख नही रजदा जी  मेरे घर आ बाबा 



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