गाड़ी छूट गई तो भाया पैदल चलके आजा
थाने बाबा जी बुलावे घाटगेट को राजा
मनवा थारो इत उत डोले काहे न समझावे
बाबा थारी बात सवारे बिगड़े काज बनावे
सारी दुनिया छोड़ छाड़ के वाकी शरण में आजा थाने बाबा जी बुलावे घाटगेट को राजा
झूठ मूठ के बने है नाते मतलब को व्यवहार
जब लग पैसा रहे गांठ में तब लग रहसी प्यार
मतलब की दुनिया ने भाया ठोकर मारके आजा थाने बाबा जी बुलावे घाटगेट को राजा
कैसे जन्म सुफल होवेगा नाम को तू न ध्यावे
पाप कर्म में तू क्यों अपणा हीरो जन्म गंवावे
जीवन बीत न जाये ओ भाया जल्दी जल्दी आजा थाने बाबा जी बुलावे घाटगेट को राजा
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