हे बाबा सुनले तू विनती हमारी , दर्श मांगे तेरे ये तेरा पुजारी
आंसू के फूलों की माला बनाकर ,लाया हूँ दिल आरती में सजाकर
ये सांसो की सरगम जपे नाम हरदम ,तुझे और क्या दूँ
मै ठहरा भिखारी दर्श मांगे तेरे ये तेरा पुजारी
मेरे दिल की वीणा हैतेरे हवाले ,किसे मै दिखाऊ दिल के ये छाले
ये जीवन का दर्पण ,करूँ तेरे अर्पण ,तेरे दर पे आया हूँ
बनके सवाली दर्श मांगे तेरे ये तेरा पुजारी
करो माफ़ हुई भूल बाबा जो हमसे ,है नैनो में आंसू तरस खाओ हमपे
भंवर में है नैया न तुम बिन खिवैया करो पार भव से
शरण हूँ तिहारी दर्श मांगे तेरे ये तेरा पुजारी
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