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मंगलवार, 28 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-159 (Gurudev Ke Bhajan159)




यही है बाबा मेरी आरज़ू तेरा दर्श मै करता रहूँ 
तुम सदा रहो मेरे सामने मै यूँ ही  तुझे देखा करूँ 

मेरे दिल में तेरा निवास हो तू सदा ही मेरे साथ हो
 चाहे  सुख मिले चाहे दुःख मिले पर कभी न तुझसे जुदा रहूँ 

मै तेरा ही बनके रहूँ सदा दिल से मेरे निकले दुआ 
जिऊँ तो सदा तेरी याद में तेरी याद में बाबा मै मरूँ 

इतनी सी है मेरी इल्तज़ा रख हाथ सिर पे मेरे ज़रा 
तेरे चरणों में मेरा ध्यान हो तेरे नाम को ही जपा करूँ 

जब मौत की घड़ी पास हो तब तू ही मेरे पास हो 
तेरी छवि बसी मेरे मन में हो तब मरने से भी न डरू 



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