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शुक्रवार, 10 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-17 (Gurudev Ke Bhajan-17)



चली मै तो बाबा के द्वारे पे चली
दिल में उमंग लिए, मन में तरंग लिए
चली मै तो बाबा के द्वारे पे चली

दिल है बाबा मेरा घबराया, दुनिया के गम का ये सताया
दिल में आस लिए, मन में प्यास लिए
नैनो में भर, अँसुअन गगरी
चली मै तो बाबा के द्वारे पे चली


आई हूँ बाबा शरण तुम्हारी, तुमको पुकारे इक दुखियारी
दिल में नाम लिए, होठों पे गान लिए
राह चलत उलझी उलझी 
चली मै तो बाबा के द्वारे पे चली

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