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शुक्रवार, 10 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-29 (Gurudev Ke Bhajan-29)



खोलो बाबा जी द्वारे इक दुखिया पुकारे
रो रो अर्ज गुज़ारे तेरा दास हूँ
मुझे मत ठुकराओ अपनी शरण लगाओ
तुझे कबसे पुकारू तेरा दास हूँ


तेरे दर्शन की खातिर ये अखियाँ कबसे प्यासी
निशदिन तेरी आस करूँ मै फिर भी रहे उदासी
मुझे न भुलाना ओ बाबा जी
दिल की प्यास बुझादो मेरे दुखड़े आन मिटादो


अरमानों और आंसुओ की भेंट लेके आया
दिल की आशाओं ने तेरा दरवाजा खटकाया
आस पुजादो ओ बाबा जी
दिल मेरा पुकारे बाबा मै तेरे सहारे


सुना है भक्तों की करते हो बाबा जी रखवाली
भरना बाबा झोली सबकी आये जो सवाली
फरियाद सुनलो ओ बाबा जी
आई हूँ तेरे द्वारे बाबा दोनों हाथ पसारे 

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