यह ब्लॉग खोजें

शुक्रवार, 10 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-28 (Gurudev Ke Bhajan-28)




बाबा के चरणों  तले , प्रेम की गंगा चले
रलमिल सारे बोलो जयकारे दुःख की शाम ढले


घाटगेट में भवन बाबा का, लाल लाल झंडे झूले

बाबा जी की मेहर से दिल में ,ज्ञान की जोत जले


मुक्तिपथ है टेढ़ा रास्ता , बाबा जी संग चले


दुःख से मत घबराना प्यारे , दुःख तेरे पल में टलें


सांसो की ये माला उसके ,  नाम को रटती चले


जीवन उसके करदे हवाले ,चल जिस राह ले चले 

_________________________________*****_________________________________

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें