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शुक्रवार, 10 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-27 (Gurudev Ke Bhajan-27)



बाबा तेरा दर्शन पाना मैने ज़रूर है
बाबा तेरे मंदिर आना मुझको ज़रूर है

देखी सारी दुनिया तभी तो मैने जाना
 स्वार्थ के सब नाते ये किस्सा मशहूर है

मन  में पाप भरा है खोटे है सबके धंदे
जिसे भी मुड़के देखो उसे पैसे का गरूर है

झूठी है प्रीत इसकी झूठे है सारे नाते
जो समय गवाए बन्दा पछताए वो ज़रूर है

भज नाम को केवल बन्दे और जीवन सफल बनाले
बाबा भोले भाले बख़्शे सारे कसूर है

द्वारे जो तेरे आये वो मन की मुरादें पाये
सारे जग में फैला तेरे नाम का ही नूर है 


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